असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर की गई अशोभनीय टिप्पणी के विरोध में एनएसयूआई ने देशभर में विरोध प्रदर्शन किया।
मामला उत्तराखंड चुनाव का हैं इस दौरान असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा द्वारा राहुल गांधी पर की गई अशोभनीय टिप्पणी पर एनएसयूआई ने राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किया।
विरोध प्रदर्शन दिल्ली, मधेपुरा, सहरसा, भोपाल, रांची, इंदौर, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों में हुआ।
एनएसयूआई ने हेमंत विश्व शर्मा का पुतला दहन कर उनके इस्तीफे की मांग की, कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक रूप से गधे के ऊपर हेमंत विश्व शर्मा का फोटो लगाकर भी शहर भर में घुमाया।
देहरादून में एनएसयूआई ने चुनाव आयोग को हेमंत विश्व शर्मा के खिलाफ लिखित शिकायत दी जिसमें जिला अध्यक्ष सौरभ ममगान ने लिखा कि यह ब्यान चुनाव आयोग के नियम 2 का उल्लंघन है।
उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी अक्षय लाकड़ा ने मांग की कि जब तक असम के मुख्यमंत्री लिखित में माफी ना मांग ले तब तक चुनाव आयोग को उन्हें प्रचार करने से रोक देना चाहिए।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि हेमंत विश्व शर्मा RSS की भाषा बोल रहे हैं, वहां उन्हें यही प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
नीरज कुंदन ने आगे कहा कि 2016 में एक प्रेस वार्ता के दौरान राहुल गांधी जी से नरेंद्र मोदी की माता जी पर टिप्पणी करने को सवाल किया गया था जिसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि मैं उनके परिवार पर कोई निजी टिप्पणी नहीं करना चाहता, यह कांग्रेस का हिंदू धर्म है लेकिन हेमंत विश्व शर्मा हिंदुत्व के रास्ते पर चलते हैं हिंदू धर्म के रास्ते पर नहीं, उनकी यह टिप्पणी कर इस बात को साबित करती है कि वह हिंदुत्व के रास्ते पर चल पड़े हैं और उन्हें राहुल गांधी व कांग्रेस पार्टी से हिंदु धर्म की संस्कृति व परंपरा सिखनी चाहिए।