राजस्थान विश्वविधालय में नमाज़ पढ़ने को लेकर विवाद खड़ा हो गया हैं. जिसपर कांग्रेस और आरएसएस के छात्र संगठन आमने सामने आ गए हैं।
आरएसएस का छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान विश्वविधालय में नमाज़ पढ़ने का विरोध किया तथा नमाज़ के विरोध में हनुमान चालीसा का पाठ किया।
वहीं दूसरी तरफ़ कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई नैशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने नमाज़ पढ़ने का समर्थन करते हुए कहा हैं कि “किसी भी धर्म का छात्र अगर अपने भगवान की प्रार्थना करना चाहता हैं तो कर सकता हैं।”
एबीवीपी ने नमाज़ पढ़ने के विरोध में आंदोलन भी करने की चेतावनी दी हैं।
आपको बता दें कि जुम्मा (शुक्रवार) को कुछ छात्र विश्वविधालय के पार्क में नमाज़ पढ़ रहे थे जिस पर एक शिक्षक ने आपत्ति जताते हुए गार्ड के द्वारा छात्रों को नमाज पढ़ने से रुकवा दिया।
जिसके बाद छात्रों और गार्ड के बीच में काफ़ी बहस हुई थीं. लेकिन तब तक गार्ड को आदेश देने वाला शिक्षक वहा से चला गया था।
एनएसयूआई ने नमाज से रोकने वाले शिक्षक और गार्ड के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन का कहना है कि “शिक्षा के मंदिर तक धार्मिक नफरत की आग नहीं पहुंचने देंगें. अगर किसी भी धर्म का छात्र अपने इष्ट देव की प्रार्थना करना चाहे तो कर सकता है. क्योंकि यह उसका संवैधानिक अधिकार है. समानता व महात्मा गांधी जी की विचारधारा ने इस देश को बनाया है गोडसे की विचारधारा की नफरत नहीं फैलने देंगें।
शिक्षा के मंदिर तक धार्मिक नफरत की आग नहीं पहुंचने देंगें
अगर किसी भी धर्म का छात्र अपने इष्ट देव की प्रार्थना करना चाहे तो कर सकता है क्योंकि यह उसका संवैधानिक अधिकार है
समानता व महात्मा गांधी जी की विचारधारा ने इस देश को बनाया है गोडसे के की विचारधारा की नफरत नहीं फैलने देंगें https://t.co/hrTxNTyMr2— Neeraj Kundan (@Neerajkundan) November 15, 2021