बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी पंडितों को लेकर दिए गए बयान पर चारों तरफ से घिर गए हैं।
वायरल विडियो के अनुसार जीतन राम मांझी ने कहा था कि “पंडित (_अपशब्द_) आते हैं और कहते हैं कि कुछ नहीं खाएंगे आपके यहां बस कुछ नगद दे दीजिए।”
हालाकि जीतन राम मांझी ने ट्विट करके जानकारी दी हैं कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा हैं।
जीतन राम मांझी का कहना हैं कि “ब्राम्हण भाईयों को लेकर मेरे विडियो के उतने ही अंश को वॉयरल किया जा रहा है जिससे विवाद उत्पन्न हो,जिसे सत्यता जानने के लिए पूरा सुनने की आवश्यकता है। मेरे दिल में समाज के हर तबके के लिए उतनी ही इज्जत है जितना मैं अपने परिवार के लिए करता हूं।”
ब्राम्हण भाईयों को लेकर मेरे विडियो के उतने ही अंश को वॉयरल किया जा रहा है जिससे विवाद उत्पन्न हो,जिसे सत्यता जानने के लिए पूरा सुनने की आवश्यकता है।
मेरे दिल में समाज के हर तबके के लिए उतनी ही इज्जत है जितना मैं अपने परिवार के लिए करता हूं।— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) December 19, 2021
जीतन राम मांझी के अनुसार “काश दलितों को पीटे जाने पर, उठक-बैठक कराए जाने पर, दलितों की हत्या किए जाने जैसे मामलों पर भी ऐसी ही राजनैतिक बयानबाजी होती. दलितों को अपमानित किए जाने के मामलों पर सभी तथाकथित राजनेताओं/कार्यकर्ताओं की घिघ्घी बंध जाती है पर झूठे वॉयरल विडियो पर सब एक साथ बिल से बाहर निकल जातें हैं।”