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समाजवादी पार्टी ने RSS के स्वयंसेवक मुखिया गुर्जर को दिया टिकट, मुसलमानों ने नाराज़गी जाहिर की

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत के लिए जद्दो-जहद कर रहीं समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के लोगों को भी टिकट देने लगीं हैं।

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अमरोहा ज़िले की हसनपुर विधानसभा सीट से RSS के स्वयं सेवक मुखिया गुर्जर की टिकट दिया हैं।

मुखिया गुर्जर भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं. जिसके बाद अखिलेश यादव ने उनको हसनपुर विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया है।

समाजवादी पार्टी द्वारा RSS के स्वयं सेवक मुखिया गुर्जर को टिकट देने पर मुस्लिम समाज के लोगों ने नाराज़गी जाहिर की हैं।

आपको बता दें कि मुखिया गुर्जर ने बीजेपी में रहते हुए 6 दिसंबर यानी (बाबरी मस्जिद शहीद दिवस) को भगवा दिवस के रूप में मनाया था।

मुखिया गुर्जर को टिकट मिलने पर पत्रकार तारिक अनवर चंपारानी का कहना हैं कि “क्या अमरोहा जिला के हसनपुर विधानसभा सीट से आरएसएस के स्वयंसेवक मुखिया गुर्जर को सपा की तरफ से टिकट मिलने के बाद यह समझ लिया जाये कि मुलायम सिंह यादव और मोहन भागवत के बीच हुई शिस्टाचार मुलाक़ात का परिणाम सामने आने लगा है?”

मुस्लिम एक्टिविस्ट शाहनवाज अंसारी के अनुसार “ये अमरोहा की हसनपुर सीट से समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार है. बाबरी मस्जिद की शहादत के दिन ‘भगवा दिवस’ मनाने वाला ‘मुखिया गुर्जर’, मुलायम सिंह को अपना राजनीतिक गुरु मानता है। वर्षों पुरानी यारी है सपा से। क्या अब नाम-निहाद सेक्युलरिज़्म बचाने के लिए मुसलमान इसे भी वोट करेगा?

आतंकी गोड़से की जयंती मनाता है और गांधी जी को अंग्रेजों का दलाल कहता है. मैं इस सीट के सेक्युलर हिन्दू वोटरों से पूछता हूँ क्या आप इसे वोट करेंगे? फिर आप किस मुंह से ख़ुद को सेक्युलर कहेंगे? ये सेक्युलरिज़्म है?

मैं अमरोहा की हसनपुर सीट के मुसलमानों से गुज़ारिश कर रहा हूँ आपको अपनी क़यादत के उम्मीदवार के वोट नहीं देना है मत दीजिए। लेकिन समाजवादी पार्टी के इस संघी उम्मीदवार को वोट देने से बेहतर है आप बीजेपी को ही वोट करें। या इसके जीतने के बाद 6 दिसंबर को आप भी इसके साथ जश्न मनाएंगे?

AIMIM राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “सपा एक वाशिंग मशीन है जिसमें संघी सेक्युलर बन जाते हैं। मरहूम कल्याण सिंह, हिंदू युवा वाहिनी के सुनील, स्वामी प्रसाद और अब ये। उम्मीद है के मुस्लिम सपा नेता इनकी गुल-पोशी करेंगे और इनके ‘सामाजिक न्याय’ के लिए अपनी ‘जवानी क़ुर्बान’ करेंगे।बाक़ी बी-टीम का ठप्पा तो सिर्फ़ हम पर लगेगा।”

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