ईद से एक दिन पहले महाराष्ट्र के बीड जिले की एक मस्जिद में हुए धमाके ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. चारों तरफ से आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।
इस घटना में पुलिस ने दो आतंकी विजय राम गव्हाने और श्रीराम अशोक सागड़े को गिरफ्तार कर लिया गया है। धमाका सुबह करीब 2:30 बजे हुआ।
धमाके से पहले आतंकी गव्हाने ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जिलेटिन की छड़ पकड़े हुए अपना एक वीडियो पोस्ट किया, जिसके बाद उसे और सागड़े को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
घटना में किसी को चोट नहीं आई. एफआईआर के मुताबिक, शनिवार शाम बीड के अर्धमसला में एक जुलूस निकाला गया था जिसमें सभी समुदायों के लोग शामिल हुए थे। हालांकि, रात करीब 9.30 बजे दो संदिग्ध मौके पर पहुंचे और सांप्रदायिक टिप्पणी करने लगे।
उन्होंने मस्जिद के निर्माण पर भी सवाल उठाए और सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश की, लेकिन स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आ गई।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सवाल किया, “केवल BNS और IEA की कमजोर धाराएँ ही क्यों लगाई गईं और UAPA क्यों नहीं? क्या वे आतंकवादी नहीं हैं?” क्या इन आरोपियों को बुलडोजर से न्याय मिलेगा? क्या उन्हें मस्जिद के पुनर्निर्माण के लिए मुआवज़ा देना होगा? इन “संस्कारी” लोगों को किसने उकसाया? क्या यह कोई फिल्म थी या मुसलमानों के खिलाफ़ लगातार दिए जाने वाले भड़काऊ भाषण थे?”
सपा विधायक अबू आसिम आजमी का कहना है कि, बीड़ के मुसलमानों से मेरी अपील है कि शांति बनाएं रखें। आतंकवादियों की इस हरकत की वजह से हम अपने हिन्दू भाइयों के साथ ताल्लुकात ना बिगाड़े, भाईचारा बनाएं रखे।
आज महाराष्ट्र की जनता सरकार से सवाल पूछ रही है कि पकड़े गए आतंकियों पर मामूली धाराएं क्यों लगाई गई है? क्या महाराष्ट्र में इंसाफ मज़हब देख कर किया जाता है? कब इन आतंकवादियों के घर बुलडोजर चलाया जाएगा?
हमारी मांग है कि इस मामले को NIA और ATS के हवाले कर इस घटना को अंजाम देने वालों के पीछे जो भी लोग है उन्हें बेनकाब करके सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।