कोरोना संकट के बीच मध्यप्रदेश के इंदौर से रेमेडिसविर के कालाबाजारी का मामला सामने आया है।
दवाओं के कालाबाजारी का आरोप भाजपा मंत्री के पत्नी के ड्राइवर पर लगा है।
इंदौर पुलिस ने फर्जी रेमेडिसविर घोटाला मामले की जांच में मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी के ड्राइवर को तलब किया है।
इंदौर पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी पुनीत अग्रवाल, जो नकली रेमडिसिविर इंजेक्शन बेचते हुए पकड़ा गया था, उसने जांच के दौरान खुलासा किया था कि उसने गोविंद से कुछ रेमेडिसविर इंजेक्शन प्राप्त किए थे, जो तुलसी सिलावट की पत्नी के लिए ड्राइवर के रूप में काम करता है।
पुलिस का कहना हैं कि गोविंद से पूछताछ कर मामले की सत्यता का पता लगाया जाएगा, दोषी पाए जाने पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के तरफ से आरोपी मंत्री से इस्तीफा मांगा जा रहा है एमपी कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया कि” तुलसी सिलावट इस्तीफा दो।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के मीडिया समन्वय नरेंद्र सलूजा जी ने कहा कि रेमडिसिवर की कालाबाज़ारी में बीजेपी नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं।
शिवराज जी,
कब तक लाशों पर राजनीति होगी,
तुलसी सिलावट का इस्तीफा कब….?
तुलसी सिलावट इस्तीफा दो :
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के मीडिया समन्वय नरेंद्र सलूजा जी ने कहा कि रेमडिसिवर की कालाबाज़ारी में बीजेपी नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं।
शिवराज जी,
कब तक लाशों पर राजनीति होगी,
तुलसी सिलावट का इस्तीफा कब….? pic.twitter.com/27j05vWeDS— MP Congress (@INCMP) May 19, 2021