ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर नया मोड़ आ गया है, ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मुकदमे के मुख्य वादी और विश्व वैदिक सनातन संघ के संस्थापक जितेंद्र सिंह बिसेन ने ज्ञानवापी से जुड़े सभी मामलों से खुद को अलग करने की घोषणा की है।
जितेंद्र सिंह के इस फ़ैसले के बाद हिंदू पक्ष को ज़ोरदार झटका लगा हैं, जितेंद्र सिंह का आरोप हैं कि, मेरे समाज द्वारा मुझे और मेरे परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है. इसलिए मुझे यह फ़ैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जनसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, जितेंद्र सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि, मैं और मेरा परिवार ज्ञानवापी से जुड़े उन सभी मामलों से खुद को अलग कर रहे हैं, जो देश और धर्म के हित में हमारे परिवार ने विभिन्न अदालतों में दायर किए थे।
इन सभी मामलों को दायर करने के बाद से मुझे और मेरे परिवार को हर तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है. इस धर्मयुद्ध को लड़ते हुए हमारे समाज द्वारा हमें ही गद्दार घोषित किया जा चुका है।
उन्होंने अपने समाज पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, यह समाज केवल धर्म के नाम पर नौटंकी करने वालों का साथ देता है।
आपको बता दें कि, जितेंद्र सिंह के वकील शिवम गौड़ ने भी एक बयान जारी करते हुए ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े दोनों मामलों से खुद को अलग करने का फ़ैसला लिया हैं।