आईसीएसई बोर्ड की 7वीं कक्षा की इतिहास की किताब में इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब एवं हजरत जिब्राइल साहब का कार्टून प्रकाशित किया हैं।
इस किताब का प्रकाशन दिल्ली स्थित जे सी प्रकाशन ने किया हैं. जिसपर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने कड़ा विरोध दर्ज़ कराया हैं।
बोर्ड के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी साहब ने प्रेस नोट ज़ारी करते हुए इस किताब पर फौरन बैन लगाने एवं दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की हैं।
मौलाना सैफुल्लाह रहमानी के अनुसार “इस्लाम के पैगंबर का कार्टून बनाना और प्रकाशित करना एक अपमानजनक और असहनीय कृत्य है. सभी मुस्लिम अपने पैगंबर मोहम्मद साहब को अपने माता-पिता और अपनी औलाद से भी ज्यादा प्यार करते है. नबी की शान मे छोटी सी निंदा भी असहनीय है. पैगंबर मोहम्मद साहब का कार्टून बनाना अपमान की श्रेणी में आता है. इसलिए हम सरकार से तुरंत इस किताब पर पुस्तक बैन लगाने की मांग करते हैं. तथा सभी किताबों को जब्त कर प्रकाशक के खिलाफ सख़्त से सख़्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग करते हैं।
پیغمبر اسلام صلی اللہ علیہ وسلم کے کارٹون بنانا اور اس کو شائع کرنا، اہانت آمیز اور ناقابل برداشت حرکت ہے۔
مولانا خالد سیف اللہ رحمانی (جنرل سکریٹری آل انڈیا مسلم پرسنل لا بورڈ) کا بیان pic.twitter.com/ix8kwYN1PI— All India Muslim Personal Law Board (@AIMPLB_Official) December 7, 2021
जम्मू कश्मीर में इस किताब का विरोध बढ़ता देख शिक्षा बोर्ड ने जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में इस किताब पर तुरंत रोक लगा दी हैं।
वहीं श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक SSP को पत्र लिखकर जय सी प्रकाशन के खिलाफ पैगंबर मोहम्मद साहब का कार्टून छापने के जुर्म में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा हैं।
विरोध बढ़ता देख जे सी प्रकाशन के निदेशक जे सी गोयल ने पत्र लिखकर माफ़ी मांग ली हैं तथा कहा कि, ज्ञान की कमी के कारण हमसे अनजाने में गलती हो गई हैं जिसके लिए हम अपने सम्मानित भाइयों और दोस्तों से माफ़ी मांगने हैं. तथा भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे।