उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित मदरसा डीटीएस में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के दो दिवसीय 27वे अधिवेशन का आयोजन हुआ।
इस अधिवेशन में देशभर 140 के करीब उलमा ए इकराम और मुस्लिम बुद्धिजीवी, सियासी लीडर, एवं बुजुर्गाने दीन शामिल हुए।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अधिवेशन में हज़रत मौलाना सैय्यद मुहम्मद राबे हसनी नदवी साहब को सर्वसम्मति से अगले कार्यकाल के लिए बोर्ड का पुनः अध्यक्ष चुना गया है।
हज़रत मौलाना सैय्यद मुहम्मद राबे हसनी नदवी साहब को आज कानपुर में हुई सत्ताईसवीं बैठक में सर्वसम्मति से अगले कार्यकाल के लिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का पुनः अध्यक्ष चुना गया है। pic.twitter.com/CqDL9bdFdl
— All India Muslim Personal Law Board (@AIMPLB_Official) November 20, 2021
इसके साथ ही हज़रत मौलाना सैय्यद अरशद मदनी साहब (अध्यक्ष जमीयत उलेमा-ए-हिंद) और प्रोफेसर सैय्यद अली मुहम्मद नकवी साहब (पूर्व प्रोफेसर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) को बोर्ड का उपाध्यक्ष एवं हज़रत मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी साहब को बोर्ड का महासचिव चुना गया है।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत मौलाना सैय्यद मुहम्मद राबे हसनी नदवी साहब ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए मुसलमानों को हिदायत देते हुए कहा कि “मौजूदा दौर में मुस्लिम समाज के लोग आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होकर मौजूदा हालात का सामना करें।
मौलाना सैय्यद मुहम्मद राबे हसनी नदवी साहब ने आगे कहा, किसी भी देश में अल्पसंख्यक समाज को ज्यादा फिक्र, तवज्जो और और मेहनत करने की जरूरत होती है. और यह मेहनत तब और ज्यादा बढ़ जाती है, जब अल्पसंख्यक समाज को कमजोर करने की कोशिश हुकूमत (सरकार) की तरफ से की जा रही हों।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अधिवेशन में जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी और महासचिव मौलाना महमूद मदनी, एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदउद्दीन ओवैसी, शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद समेत तमाम लोग शामिल हुए।