उत्तर प्रदेश के अपराधी जब से जेल में गए है तब से यूपी पुलिस उनकी कमी बिलकुल भी महसूस नहीं होने दे रहीं हैं. आए दिन खुलेआम पुलिस द्वारा आम नागरिकों को मौत के घाट उतारा जा रहा हैं।
गोरखपुर में पुलिस द्वारा एक व्यापारी की होटल में कथित हत्या के मामले ने के बार फ़िर पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामला गोरखपुर के एक होटल का हैं जहां पर व्यापारी मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों के साठ ठहरे हुए थे. रात करीब 12:30 बजे यूपी पुलिस के जवान उनके कमरे में आते हैं तथा उनसे पुछताछ करते हैं. इसपर मनीष पुलिसवालों से पूछता है कि उन्हें परेशान क्यों किया जा रहा है। इसी बात पर पुलिसवाले उनको पीटना शुरू कर दिया।
बताया जा रहा हैं कि पुलिस की पिटाई से मनीष गुप्ता की मौत हो गई जबकि पुलिस का कहना हैं कि मनीष हमें देख कर भाग रहा था इसलिए सीढ़ियों पर उसका पैर फिसल गया जिससे उसकी मौत हुई हैं।
इस मामले को लेकर पत्रकार एवं सोशल एक्टिविस्ट ज़ाकिर अली त्यागी ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज़ कराई हैं तथा निष्पक्ष जांच की मांग की हैं।
ज़ाकिर अली त्यागी के अनुसार “गोरखपुर के होटल में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता के सिर को पुलिस ने बंदूक से कुचल कुचल कर ह’त्या की, अब इस मामले में हमारी तरफ़ से भारतीय मानवाधिकार आयोग में शिक़ायत दर्ज कराई गई है, @NCHROofficial और NHRC से निवेदन है कि इस मामले की गहनता से जांच कर पुलिस के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई हो।”
गोरखपुर के होटल में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता के सिर को पुलिस ने बंदूक से कुचल कुचल कर ह'त्या की,अब इस मामले में हमारी तरफ़ से @India_NHRC में शिक़ायत दर्ज कराई गई है,@NCHROofficial और NHRC से निवेदन है कि इस मामले की गहनता से जांच कर पुलिस के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई हो। pic.twitter.com/1j7HZHa4G1
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) September 29, 2021
जाकिर अली त्यागी का कहना है कि उत्तर प्रदेश में अपने जिले से दूर दूसरे जिले में जाना तेज धारी तलवार पर चलने जैसा हो गया है। कभी भी कुछ भी हो सकता हैं।