दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने राम मंदिर के उद्घाटन को देखते हुए हर विधानसभा क्षेत्र में सुंदरकांड पाठ का आयोजन करने का फ़ैसला लिया हैं।
इसी क्रम में रोहिणी में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपनी पत्नी के साथ सुंदरकांड पाठ कार्यक्रम में शामिल होंगे।
केजरीवाल सरकार के इस फैसले के बाद ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने ज़ोरदार हमला बोलते हुए कहा है कि, क्या सुंदरकांठ पाठ शिक्षा हैं।
असदुद्दीन ओवैसी के मुताबिक़, RSS के छोटे रीचार्ज ने फ़ैसला लिया है कि दिल्ली के हर विधान सभा क्षेत्र में हर महीने के पहले मंगलवार को सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा। ये फ़ैसला 22 जनवरी के उद्घाटन की वजह से लिया गया।
आपको याद दिला दूँ के ये लोग ने बिल्किस बानो के मसले पर चुप्पी बनाई रखी थी और कहा था के वो सिर्फ़ शिक्षा और सेहत जैसे मसलों पर बात करना चाहते हैं। क्या सुंदरकांड पाठ शिक्षा है या सेहत?
असल बात तो यही है के इन्हें इंसाफ़ से परहेज़ है। संघ के एजेंडे का पूरा साथ दे रहे हैं। हम बाबरी की बात भी ना करें, आप न्याय, मोहब्बत, फ़लाना का बाजा बजाते रहो और साथ में हिंदुत्व को मज़बूत करते रहो। वाह!