भारतीय जनता पार्टी की सरकार को अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाली मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप (MANF) को बंद करने का फ़ैसला भारी पड़ता जा रहा हैं।
देशभर में भाजपा के इस फैसले का जमकर विरोध हो रहा हैं छात्रों के साथ साथ देश के तमाम अल्पसंख्यक समुदाय भी इस योजना को फिर से लागू करने की मांग कर रहें हैं।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन एवं राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी भी खुलकर इस फ़ैसले का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने राज्यसभा में भी इस मुद्दे को उठाया हैं।
केरल में अयोजित अल्पसंख्यक विभाग की प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल होने केलिकट पहुंचे इमरान प्रतापगढ़ी ने वहां भी फेलोशिप के मुद्दे पर अपनी बात रखी।
बैठक में मौजूद सभी सदस्यों ने मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप के मुद्दे पर पूरे प्रदेश में आंदोलन करने का भी प्रस्ताव पास किया हैं।
इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट के ज़रिए जानकारी देते हुए कहा कि, आज केलिकट केरल में अल्पसंख्यक विभाग की राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें विभाग ने मौलाना आज़ाद फेलोशिप(MANF) के मुद्दे पर पूरे राज्य में ज़िला मुख्यालय पर ऑंदोलन करने का ख़ाका तैयार किया. केरल में विभाग ने “सद्भावना मिशन” नामक कार्यक्रम भी लॉंच किया।
आपको बता दें कि, अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में बताया था कि मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप खत्म करने का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि यह कई अन्य योजनाओं के साथ ओवरलैप करता है।