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लखनऊ:- नगर निगम नहीं, CMO दे रहा मृत्यु प्रमाण पत्र, कांग्रेस MLA बोली,”मौत के आंकड़ों को छुपाने का खेल है”

कोरोना वायरस संक्रमण ने पूरे देश को चपेट में ले लिया है। उत्तर प्रदेश की स्तिथि सबसे ज़्यादा खराब है। शमशान घाटों में लाशों की लाइनें लगी हैं। रोज़ 1 से 2 हज़ार लाशों के दाह संस्कार हो रहा है। रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि लगभग 2000 लाशों को गंगा में बहाया गया है।

इन सब के बावजूद भी सरकार ये मानने को तैयार ही नहीं है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना है। सरकार कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के बजाए मौत के आंकड़ों को दबाने में ज़्यादा ज़ोर दे रही है।

लखनऊ से कांग्रेस की विधायक आराधना मिश्रा ने सरकार पर आंकड़ों में हेराफेरी का आरोप लगया है।
कांग्रेस के ट्विटर के ऑफिसियल पेज से हुए लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सरकार पर आंकड़े छुपाने के गंभीर आरोप लगाए।

उन्होंने कहा कि म्रत्यु प्रमाण पर लखनऊ नगर निगम द्वारा जारी किया जाता था लेकिन अब CMO लखनऊ ने उसको अपने अंदर अधिकृत कर लिया है यानी कि अब नगर निगम बिना CMO के इज़ाज़त के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं कर सकता है।

आगे उन्होंने कहा कि अगर मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए सरकार ने नगर निगम के बजाए CMO कार्यलय को अधिकृत कर लिया है तो ये सीधे सीधे मौत के आंकड़ों को छिपाने का खेल चल रहा है।

आगे उन्होंने कहा कि अगर हम आंकड़ों को छोड़ दें और प्रत्यक्ष रूप से लखनऊ के शमशान घाटों की बात करें तो वहां लाइन से लाशें रखी हुई हैं। इन शमशान घाटों में आम दिनों में केवल दिन में ही लाशों के दाह संस्कार होता था लेकिन अब रात में भी दाह संस्कार हो रहे हैं।
फिर भी सरकार मानने को तैयार नहीं है कि उत्तर प्रदेश की स्तिथि खराब है। सरकार के इसी रवैये के कारण उत्तर प्रदेश कोरोना से लड़ने में असमर्थ रहा है।

उन्होंने आगे कहा “मैं तो ये कहूंगी कि जो भारतीय जनता पार्टी की सरकार भगवान राम के नाम पर आयी थी कमसे कम उसको भगवान से डरना चाहिए। सरकार प्रदेश की जनता जिसने इतनी बड़ी बहुमत से उन्हें जिताया, अगर जीते जी उन्हें सुरक्षा नहीं दे सकती, उन्हें स्वास्थ्य की सुविधा नहीं दे सकती तो कमसे कम मौत के बाद सम्मान जनक दाह संस्कार तो करा देते। लेकिन सरकार उसमें भी नाकाम साबित हुई।”

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