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नूंह: पुलिस पर लगा बेगुनाह मुस्लिम युवक को थर्ड डिग्री टॉर्चर करने का आरोप, मामला पहुंचा हाईकोर्ट

हरियाणा के नूंह में पुन्हाना सीआईए पुलिस पर एक बेगुनाह को थर्ड डिग्री टॉर्चर करने का मामला सामने आया है, आरोप है कि साइबर ठगी के आरोप में पुलिस से नाम में चूक हो गईं तथा एक ही नाम के दूसरे व्यक्ति को अवैध तरीके से हिरासत में रखकर बेरहमी से पिटाई की गईं।

बिजली का करंट लगाने और उसके बाद 2 लाख रुपए की रिश्वत लेकर छोड़ने का भी आरोप पुलिस पर है. हालांकि यह घटना 27 अप्रैल की बताई जा रहीं हैं. इस घटना को लेकर पीड़ित परिवार ने हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया हैं।

नासिर अजमत के मुताबिक़, नूंह जिले के थाना बिछौर के नई गांव निवासी पीड़ित मुबारिक और उसके परिवार के लोगों ने पुन्हाना की अपराध जांच शाखा के पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए बिछौर थाने में इस घटना को लेकर शिकायत दी है. वहीं थाना प्रभारी अजय वीर भड़ाना ने भी शिकायत मिलने तथा मामले की जांच करने की बात स्वीकारी हैं।

गांव नई निवासी मुबारिक ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि मैं एक स्कूल बस में ड्राइवर की नौकरी करता हूं। मेरा अभी तक कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। 24 अप्रैल को बच्चों को स्कूल बस में लेकर एएमयू पब्लिक स्कूल बिछौर पहुंचा और उसने बच्चों को स्कूल में छोड़ दिया।

सुबह करीब 10 बजे अचानक एक गाड़ी में सवार होकर 7 व्यक्ति आए और पुन्हाना सीआईए बताकर गिरफ्तार कर लिया। जब अपनी गिरफ्तारी का कारण पूछा तो रास्ते में ही मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद सीआईए थाना पुन्हाना में ले जाकर बुरी तरह से मारा पीटा और थाने में बंद कर दिया।

इस दौरान पुलिसकर्मियों के बातचीत के दौरान अकबर, वसीम, सखावत, प्रदीप, राजकुमार आदि नाम पता चला। पीड़ित का कहना है की इस दौरान कई तरह की यातनाएं दी गई और बिजली का करंट भी लगाया गया।

वहीं पीड़ित के भाई मुस्तकीम और बहन फरमीना का कहना है कि रात 10 बजे पता चला तो वो उसे तलाशने के लिए सीआईए थाने पुन्हाना पहुंचे तो पुलिस कर्मचारियों ने छोड़ने की एवज में 3 लाख रुपए मांगे। तीन लाख रुपए न देने पर उन्हें धमकी दी कि अगर तुमने पैसे नहीं दिए तो तुम्हारे लड़के के खिलाफ ऐसा केस बनाएंगे कि जिंदगी भर जेल में सड़ेगा।

उनका कहना है की पुलिस के सामने उन्होंने काफी मिन्नत की और कहा कि हम गरीब आदमी है इतने पैसे हमारे पास नहीं है जो काफी मन्नतों के बाद आरोपी कर्मचारियों ने उनसे 2 लाख रुपए लेकर पीड़ित मुबारक को छोड़ा व मुबारिक को रात करीब 12 बजे घर लेकर गए।

वहीं बताया जा रहा है कि जो साइबर ठगी के आरोप में नई गांव का असल आरोपी था उसका भी वही नाम था और पिता का भी वही नाम था और बदकिस्मती से गांव का भी वही नाम था। बताया जा रहा है की पुन्हाना सीआईए पुलिस पर आरोपी के नाम में चूक हो गई और एक ही नाम के दूसरे व्यक्ति को उठा ले गई। पीड़ित परिवार ने इंसाफ की मांग की है।

सीआईए स्टाफ पर अवैध हिरासत, बर्बरता से पिटाई व छोडऩे की एवज में दो लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए पीड़ित बस ड्राइवर ने हाई कोर्ट से गुहार लगाई है।

मेडिकल रिपोर्ट के साथ दाखिल इस याचिका पर कड़ा रुख अपनाते हुए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा पुलिस को फटकार लगाई है साथ ही नूंह के एसपी को इस बारे में हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया है।

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