भारत में मुसलमानो को राजनीति में आने से रोकने के लिए अब चुनाव आयोग का सहारा लिया जा रहा हैं। मुस्लिम नेताओं को चुनाव आयोग की मदद से चुनाव लड़ने से रोका जा रहा हैं।
महाराष्ट्र की टीपू सुल्तान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेख सादिक पर चुनाव आयोग ने कार्यवाही करते हुए उनपर तीन साल तक चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया है।
चुनाव आयोग का कहना है कि शेख सादिक ने अपने चुनाव खर्च का ब्योरा जमा नहीं किया इसलिए उनपर कार्यवाही की गईं हैं।
शेख सादिक के अनुसार “मैं लॉकडाउन के दौरान 3 दिनों तक दरियागंज एसडीएम कार्यालय जाता रहा, लेकिन एसडीएम ने जानबूझकर मुझे चुनाव खर्च प्रस्तुत करने के लिए तारीख पे तारीख देते रहे और उसके बाद, भारत निर्वाचन आयोग ने मुझे सीधे 3 साल के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी।
मैं लॉकडाउन के दौरान 3 दिनों तक दरियागंज एसडीएम कार्यालय जाता रहा, लेकिन एसडीएम ने जानबूझकर मुझे चुनाव खर्च प्रस्तुत करने के लिए तारीख पे तारीख देते रहे और उसके बाद, भारत निर्वाचन आयोग ने मुझे सीधे 3 साल के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी।
.@ECISVEEP अपना निर्णय वापस लें pic.twitter.com/U4rit33vKW— Prof Shaikh Sadeque (@TSP_President) September 9, 2021
टीपू सुल्तान पार्टी ने चुनाव आयोग की इस कार्यवाही का विरोध करते हुए कहा हैं कि “टीपू सुल्तान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेख सादिक पर भारत निर्वाचन आयोग ने 3 साल के लिए चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। हम भारत निर्वाचन आयोग दिल्ली के फैसले की निंदा करते है।
टीपू सुल्तान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष .@TSP_President पर भारत निर्वाचन आयोग ने 3 साल के लिए चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
हम भारत निर्वाचन आयोग दिल्ली के फैसले की निंदा करते है
— Tipu Sultan Party ٹیپو سلطان پارٹی (@TSP4India) September 9, 2021
टीएसपी के अल्पसंख्यक विभाग के अनुसार “टीपू सुल्तान पार्टी को देश भर से बहुत तेज़ी से जनता का समर्थन मिलने पर सत्ताधारी पार्टी, गोदी मीडिया घबरा गयी हैं, पार्टी प्रेसिडेंट शेख सादिक पर चुनाव आयोग द्वारा प्रतिबंध लगाना बहुत ही निंदनीय है,आख़िर किसके दबाव में फ़ैसला लिया? ये फ़ैसला जल्द से जल्द वापस लें।