बिहार के सहरसा में एक नाबालिग मुस्लिम बच्ची से रेप का मामला सामने आया हैं, आरोपी लगभग दो साल से पीड़िता के साथ इस प्रकार की घिनौनी हरकत कर रहा था।
पीड़िता का आरोप हैं कि, 2017 से 2019 तक हमारे स्कूल के डायरेक्टर का बेटा मेरे साथ रेप कर रहा था, इस मामले में आरोपी के साथ स्कूल की टीचर भी शामिल थी, टीचर ही पीड़िता को कमरे तक पहुंचाती थी और कमरे की लाइट बंद करके बाहर से ताला लगा देती थीं।
पत्रकार सत्य प्रकाश भारती के मुताबिक़, इस दौरान लड़की ने अपना नाम दूसरे स्कूल में लिखवा लिया था, बाद में वो पटना पढ़ने के लिए चली गई. लेकिन पीछे की ज्यादती की वजह से वो डिप्रेशन में आ गई।
नतीजा ये हुआ कि उसकी तबीयत खराब रहने लगी. पटना में उसे भर्ती कराया गया तो जांच के दौरान पूरी बात समाने आई. परिजनों ने लड़की के बयान पर स्कूल के डायरेक्टर के बेटे के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कराया।
इस मामले में पीड़ित का बयान लेने के बाद पुलीस ने आरोपी को पटना से ही गिरफ्तार कर लिया और आरोपी महिला टीचर को भी पूछताछ के लिए बुलाया हालांकि उन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
जिसके बाद पीड़िता ने पुलीस की कार्यवाही पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि, पुलीस ने कितने रुपए लेकर टीचर को छोड़ा हैं।
पीड़िता ने कहा, मैं सरकार और प्रशासन से मांग करती हूं कि आरोपी को फांसी की सजा मिले. ये आज भी किसी न किसी लड़की के साथ मेरे जैसा ही सलूक कर रहा होगा।