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भारतीय महिला हाॅकी टीम की खिलाड़ी वंदना कटारिया के घर के बाहर ऊंची जाति के लोगों का हंगामा, प्रशांत कन्नौजिया बोले- सामाजिक गीदड़ों का इलाज़ बहुत ज़रूरी है

भारतीय महिला हाॅकी टीम ने हार कर भी तमाम हिन्दुस्तानियों का दिल जीत लिया है लेकिन उसके बावजूद तथाकथित ऊंची जाति के लोगों द्वारा वंदना कटारिया के घर के बाहर हंगामा किया गया।

बुधवार को ओलंपिक के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम अर्जेंटीना से हार गई थी जिसके बाद उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित रोशनाबाद गाँव में ऊंची जाति के लोगों द्वारा हाँकी खिलाड़ी वंदना कटारिया के घर के बाहर हंगामा किया गया तथा उनके परिवार को जातीसूचक गालियाँ दी गई।

वंदना कटारिया भारतीय महिला हाॅकी टीम की फाॅरवर्ड खिलाड़ी है तथा उन्होंने पूरे ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। लेकिन उसके बावजूद ऊंची जाति के लोगों द्वारा उनके घर के बाहर हंगामा किया गया।

वंदना के परिवार का आरोप है कि हम सभी हाॅकी टीम की हार के बाद से दुखी थे तभी अचानक हमारे घर के बाहर पटाख़े फूटने की आवाज़ सुनाई दी हम जब बाहर निकले तो देखा कि हमारे ही गांव के दो लोग पटाखे फोड़ रहे थे।

वंदना कटारिया के भाई के अनुसार हम उन दोनों को जानते हैं वे हमारे गाँव के ऊंची जाति के लोग हैं वो हमारे घर के बाहर नाच रहे थे, जातिसूचक अपशब्द कह रहे थे तथा हमारे परिवार का अपमान कर रहे थे।

वंदना के भाई का कहना है कि वह लोग कह रहे थे कि भारतीय टीम इसलिए हारी क्योंकि उसमें बहुत सारे दलित खिलाड़ी है।

परिवार का कहना है कि हमने एससी-एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करवा दी है तथा पुलिस ने एक वयक्ति को गिरफ्तार भी कर लिया है।

इस मामलें पर राष्ट्रीय लोक दल एससी-एसटी विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत कन्नौजिया ने कड़ा रूख अपनाते हुए कहा है कि “सामाजिक गीदड़ों का इलाज बहुत ज़रूरी है।”

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