उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण खतरनाक रूप ले चुका है। स्तिथि काफी भयावह है। अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की भारी कमी है। ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग दम तोड़ रहे हैं। लेकिन प्रदेश के मुखिया इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं कि उनके प्रदेश की हालत बहुत खराब है।
आये दिन सोशल मीडिया के माध्यम से लोग एक दूसरे से ऑक्सीजन की मदद मांग रहे हैं। योगी की सरकार मदद करने की बजाय लोगों के ऊपर मुक़दमे दर्ज करवा रही है।
योगी बार बार ये दावा कर रहे हैं कि उनके राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। कई मीडिया रिपोर्ट्स उनके इस दावे को झुठला चुके हैं लेकिन योगी की हठधर्मिता है कि वे मानने को तैयार नहीं हैं।
किन्तु इस बार उनकी पार्टी के अपने विधायक ने ही उनके इस झूठे दावे के पोल खोल दिया है। प्रदेश के मोहम्मदी खीरी से विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिठ्ठी लिखकर ऑक्सीजन की मांग को है। साथ ही उन्होंने लिखा है कि उसके विधानसभा क्षेत्र के सभी अस्पताल ऑक्सीजन की भारी कमी से जूझ रहे हैं।
उन्होंने चिठ्ठी में लिखा है कि लखीमपुर जनपद कोरोना महामारी के प्रकोप से भयंकर रूप से पीड़ित है। कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोग असहाय होकर अपने लोगों को मरते हुए देख रहे हैं। ऐसा कोई गाँव नहीं है जो कोरोना की चपेट में नहीं है।
साथ ही उन्होंने लिखा है “लखीमपुर जनपद में ऑक्सीजन की भारी कमी है। ऑक्सीजन की कमी से लोग मर रहे हैं। तहसील स्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिसके कारण लोग मरते जा रहे हैं। सभी विधायकों ने 10-10 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स की मांग की है वो भी उपलब्ध नहीं हो पाया है।”
ऑक्सीजन को कमी के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए उन्होंने लिखा है कि लखीमपुर का जिला प्रशासन भी बड़ी मेहनत से लगा हुआ है परंतु ऑक्सीजन की उपलब्धता न होने के कारण विवश हो जाते हैं।
साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की मांग की है।
यूपी: BJP विधायक ने CM @myogiadityanath को खत लिखा है. इस खत को पढ़िए और समझिए कि हालात कितने खराब हैं…. pic.twitter.com/DdUm5KgBk8
— Rahul Gupta (@RahulGuptainc) May 7, 2021
योगी ने ऑक्सीजन की कमी से अवगत कराने वाले कई अखबारों और अस्पतालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का आदेश जारी किया है और कई अस्पतालों के ऊपर FIR भी दर्ज किया जा चुका है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब उनके ही पार्टी के विधायक ने ऑक्सीजन की भारी कमी के बारे में लिखा है, क्या योगी अपने ही विधायक पर कार्यवाही करेंगे?