पिछले साल मार्च में CAA और NRC के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में भयानक दंगे हुए। दंगे में दिल्ली का अशोक विहार खासा प्रभावित हुआ था। हज़ारों मुस्लिम घरों को आग के हवाले कर दिया था। अशोक विहार की कई मस्जिदों को भी आग के हवाले कर दिया गया था।
आज उसी अशोक विहार इलाके के लोनी कॉलोनी में जब एक हिन्दू महिला की मौत हुई तो वहीं के मुसलमानों ने हिन्दू रीति रिवाज से उस महिला का अंतिम संस्कार कराया।
लोनी के रहने वाले कमल के मम्मी की तबियत कई दिनों से खराब थी। पड़ोसियों ने डॉक्टर को दिखाया, बहुत कोशिश की लेकिन जान न बचा सके।
सभी मुस्लिम पड़ोसियों ने मिलकर अर्थी तैयार किया। सबों ने मिलकर लाश को हिन्दू रीति रिवाज से समशान घाट तक पहुंचाया और अंतिम संस्कार कराया।
घटना के बारे में बताते हुए महिला का पड़ोसी मार्टिन फैजल बताते हैं हमारी कॉलोनी में दो ही हिन्दू परिवार है,बचपन से दोनों से परिवार जैसी घनिष्ठता रही।कमल,रवि मेरे सहपाठी भी थे,कमल की मम्मी की तबियत खराब थी हम सबने कोशिश की लेकिन बचा नहीं सके,मुझ सहित कॉलोनी के सभी लोग हमेशा की तरह साथ रहे,देखने वाले तारीफ किये, हमारे लिए आम था इंसानियत का फ़र्ज़ था।
ये कोई पहली घटना नहीं जहाँ किसी हिन्दू की अंतिम संस्कार मुसलमानों ने कराया है। कोरोना काल के दौरान सैंकड़ों ऐसे मामले देखने को मिले हैं जहां कोरोना से मृत्यु होने पर हिन्दू परिवार ने अपने ही लोगों का साथ छोड़ दिया तब मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ही लाश का अंतिम संस्कार कराया।