प्रेस की आज़ादी पर प्रतिबंध लगाना अब आम बात हो गई है दुनिया के ज्यादातर मुल्क अब प्रेस यानी मीडिया को अपने कब्जे में लेना चाहते है।
राष्ट्र प्रमुखों का प्रेस की आज़ादी पर प्रतिबंध लगाने का मकसद साफ है कि सिर्फ वही खबर लोगों तक पहुंचे जिसको वह पहुंचाना चाहते है जो नेताओं के खिलाफ हो वह न्यूज दबा दी जाएं।
प्रेस वॉचडॉग यानी प्रेस पर नजर रखने वाली अंतर्राष्ट्रीय संस्था “रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स” ने 37 देशों के राष्ट्रप्रमुखों की लिस्ट ज़ारी की है जो प्रेस की आज़ादी पर प्रतिबंध लगाना लगाते है।
रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रेस की आज़ादी पर रोक, अभिव्यक्ति की आज़ादी पर रोक एवं पत्रकारो को मनमाने ढंग से काम करवाने का का दबाव बनाते है।
इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन, ब्राजील के जायर बोलसोनारो तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का भी नाम शामिल है।
पत्रकार अभिनव पांडेय के अनुसार “प्रेस वॉचडॉग- रिपोर्टर्स विदाउट बाउंड्रीज (RSF), ने उन वर्ल्ड लीडर्स की लिस्ट जारी की है, जो प्रेस की आजादी पर प्रतिबंध लगाते हैं। 37 राष्ट्रध्यक्षों की लिस्ट इमरान खान, शी जिनपिंग, किम जोंग, पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी का भी नाम है।
प्रेस वॉचडॉग- रिपोर्टर्स विदाउट बाउंड्रीज (RSF), ने उन वर्ल्ड लीडर्स की लिस्ट जारी की है, जो प्रेस की आजादी पर प्रतिबंध लगाते हैं।
37 राष्ट्रध्यक्षों की लिस्ट इमरान खान, शी जिनपिंग, किम जोंग, पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी का भी नाम pic.twitter.com/C2QLqeMWsg
— Abhinav Pandey (@Abhinav_Pan) July 6, 2021
रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स यह लिस्ट 5 साल बाद आई है। इससे पहले 2016 में यह लिस्ट जारी की गई थी। लिस्ट में कहा गया है कि इन नेताओं ने न सिर्फ अभिव्यक्ति पर रोक लगाने का प्रयास किया है बल्कि पत्रकारों को मनमाने ढंग से जेल भी भेजा है।