उत्तर प्रदेश के कासगंज में पुलिस हिरासत में मुस्लिम युवक अल्ताफ की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया हैं. तथा पुलिस की भूमिका पर लगातार सवाल खड़े हो रहें हैं।
ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है।
कासगंज के रहने वाले अल्ताफ़ पर लड़की को भगाने का आरोप लगा था. जिसके बाद अल्ताफ़ के पिता खुद उसे लेकर थाने छोड़कर आएं थे।
लेकिन अगले ही दिन पुलिस ने सूचना दी की आपके बेटे ने खुदकशी कर ली हैं. पुलिस द्वारा जो कहानी रची गई हैं वह सुनकर लोग पुलिस का मज़ाक बना रहें हैं।
इस मामले में पुलिस का कहना हैं कि “अल्ताफ को सुबह कोतवाली बुलाया गया जहां वॉशरूम जाने के बहाने जैकेट में लगी हुड की डोरी से उसने फांसी लगा ली. लापरवाही का मामला मानते पुलिस वालों को सस्पेंड का ऑर्डर दिया गया है।
पुलिस इस कहानी को सुनकर लगता हैं कि यह खुदकशी नहीं बल्कि हत्या हैं।
एआईएमआईएम दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कलीमुल हफीज़ का कहना है कि “यूपी में योगी आदित्यनाथ का जंगलराज. पुलिस हिरासत में अल्ताफ की हत्या हुई है, दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके शामिल पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाए।
Jungle Raj of @myogiadityanath in UP#Altaf has been murdered in @Uppolice custody, strict action should be taken against the policemen involved by registering a case of murder against the guilty policemen.@aimim_national #WeDemandJusticeForAltaaf pic.twitter.com/ghyshZ50jg
— Kaleemul Hafeez (@KaleemulHafeez) November 10, 2021