हिंदुत्ववादियों द्वारा हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद से खुलेआम मुसलमानों के नरसंहार का आह्वान करने वालों के खिलाफ़ ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने एफआईआर दर्ज़ कराई।
उत्तराखंड एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर नय्यर काजमी ने आरोपियों के खिलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्यवाही की मांग की हैं।
डॉक्टर नय्यर काजमी का कहना हैं कि “अगर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो हम गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे. हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में जिस तरह से जहर घोला गया और लोगो को मुसलमानों के खिलाफ भड़काने का काम किया गया. हम जल्द से जल्द उनकी गिरफ्तारी की मांग करते हैं।
हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में जिस तरह से जहर घोला गया और लोगो को मुसलमानों के खिलाफ भड़काने का काम किया गया । @AIMIMUTTARAKHA1 उनपर मुकदमा करेगी और मांग करती है जल्द से जल्द इन्हें गिरफ्तार किया जाये। @asadowaisi #HaridwarHateAssembly #HaridwarGenocidalMeet pic.twitter.com/UOKwwli0dc
— Dr.Nayyer kazmi (@iNayyerkazmi) December 23, 2021
एआईएमआईएम राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का कहना हैं कि “मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार और जातीय सफाई का आह्वान संघ परिवार द्वारा मुसलमानों और ईसाइयों के खिलाफ अमानवीय भाषण के 60 साल की परिणति है।
घटना में अधिकांश वक्ता बार-बार अपराधी होते हैं और शक्तियों के साथ घनिष्ठ संबंधों का आनंद लेते हैं। नरसंहार के इस आह्वान में केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारें शामिल हैं. यही कारण है कि कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, सरकार की ओर से कोई निंदा नहीं हुई है और उदार हिंदुओं से एक कानाफूसी भी नहीं हुई है।
नरसंहार के लिए उकसाना नरसंहार कन्वेंशन 1948 के तहत एक अपराध है। भारत कन्वेंशन का पक्ष है लेकिन अपराधियों को दंडित करने में विफल रहा है। क्या यह IntlCrimCourt में शामिल होने का समय है ताकि मानवता के खिलाफ अपराध जैसे नरसंहार, जातीय सफाई और उनके उकसावे पर कोई सजा न हो?
असदुद्दीन ओवैसी का कहना हैं कि “AIMIM उत्तराखंड टीम द्वारा हरिद्वार में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. अब अनुकरणीय कार्रवाई की जरूरत है. समाज को नरसंहार के आह्वान को अस्वीकार करना चाहिए. लोगों को सक्रिय रूप से बहुसंख्यक कट्टरवाद से लड़ना चाहिए।”
UPDATE: Police complaint has been filed in Haridwar by AIMIM Uttarakhand team. #HaridwarHateAssembly
Need exemplary action NOW!
Society must disown calls for genocide!
People should actively fight majoritarian radicalisation! https://t.co/67DleQ07i0 pic.twitter.com/JATkFCYoN4
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 23, 2021