उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ स्थित जामा मस्जिद एशिया की सबसे महंगी मस्जिद हैं इसकी गुंबदों और मीनारों में जड़े सोने का आजतक कोई भी हिसाब नहीं लगा पाया हैं।
इतिहासकार बताते हैं कि जितना सोना अलीगढ़ की जामा मस्जिद में लगा हैं उतना सोना एशिया की किसी दूसरी मस्जिद में नहीं लगा है. इस मस्जिद को देखकर लोगों को ताजमहल की याद आ जाती है।
ऊपरकोट कोतवाली थाने के सामने बनी मुगल कालीन जामा मस्जिद की पहली मंजिल पर 40 और दूसरी पर 19 सीढ़िया है. लगभग 8 से 10 फीट ऊंची 3 मीनारें मुख्य गुंबद पर हैं. तीनों गुंबद के बराबर में बने एक-एक गुंबद पर छोटी-छोटी 3 मीनारें हैं. मस्जिद के गेट और चारों कोनों पर भी छोटी-छोटी मिनारे हैं और सभी गुंबदों और मीनारों में शुद्ध सोना जड़ा हुआ है।
मस्जिद के ज़िम्मेदार बताते हैं कि, इसकी गुंबद और मीनारों में कई टन सोना जड़ा हुआ है. हालांकि इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल हैं।
आपको बता दें कि, इस मस्जिद को मुगल बादशाह मोहम्मद शाह के शासनकाल में गवर्नर साबित खान ने बनवाया था. मस्जिद को बनाने में लगभग 14 साल लगे थे।
300 साल पहले बनाई गई इस मस्जिद में 17 गुंबद और 3 दरवाजे हैं. इसका आकार इतना बड़ा हैं कि यहां एक साथ 5 हजार लोग नमाज पढ़ सकते हैं।