कोरोना वायरस का दूसरा दौर अब महामारी का रूप ले चुका है। देश के हर हिस्से में कोरोना तेज़ी से फैल रहा है। दिल्ली, महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक कोरोना ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है।
तेज़ी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने में सरकारें विफल साबित हो रही हैं। खासकर उत्तर प्रदेश के लखनऊ और बनारस का हाल बहुत बुरा है। अस्पतालों में बेड खाली नहीं है जिसके चलते मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार और प्रशासन का रवैया भी बेहद चिंताजनक है। सरकार ने हेल्पलाइन नम्बर तो जारी कर दिया है लेकिन कोई मदद नहीं मिल पा रही है। योगी सरकार के अधिकारी तो सीधे मुँह बात भी नहीं करते।
ताज़ा मामला भारत के मशहूर कवि ‘कुमार विश्वास से जुड़ा हुआ है। अपने एक संबंधी को बेड दिलाने के लिए कवि ने योगी के एक अधिकारी को फ़ोन किया। उधर से जो जवाब आया वो बेहद ही शर्मनाक है।
IAS अधिकारी ने फ़ोन उठाते ही कहा “कौन हैं आप?MP हैं,मंत्री हैं या मेरे सीनियर हैं जो मैं आपके बताए मरीज़ को बेड दिलाऊँ?कवि हैं कवि रहिए,किसे बेड देना है किसे नहीं सरकार को पता है”
मदद/आपूर्ति का संतुलन बिगड़ रहा है।आज UP के एक IAS ने फ़ोन पर कहा “कौन हैं आप?MP हैं,मंत्री हैं या मेरे सीनियर हैं जो मैं आपके बताए मरीज़ को बेड दिलाऊँ?कवि हैं कवि रहिए,किसे बेड देना है किसे नहीं सरकार को पता है”
ख़ैर मरीज़ को बेड तो किसी से दिला दिया पर उनकी मजबूरी भी जायज़ है🙏— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 20, 2021
कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “खैर मरीज को बेड तो दिला दिया पर उस अधिकारी की मजबूरी भी जायज़ है ।
एक अन्य ट्वीट करते हुए कुमार विश्वास ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है ” उनकी गलती नहीं,वे तो मशीन का बस एक पुर्ज़ा हैं।जब मशीन ही ठप्प हो गई तो पुर्ज़े के खड़खड़ाने का क्या रंज।दिनभर कॉल करने पर लोग/डॉक्टर/अधिकारी/समाजसेवी मदद कर ही रहे हैं।कभी-कभी किसी को बचा नहीं पाते तो उस दिन ख़ुद की बेबसी पर ग़ुस्सा-तरस आता है बस
पर हम आख़िर तक #लड़ेंगे_जीतेंगे
उनकी गलती नहीं,वे तो मशीन का बस एक पुर्ज़ा हैं।जब मशीन ही ठप्प हो गई तो पुर्ज़े के खड़खड़ाने का क्या रंज।दिनभर कॉल करने पर लोग/डॉक्टर/अधिकारी/समाजसेवी मदद कर ही रहे हैं।कभी-कभी किसी को बचा नहीं पाते तो उस दिन ख़ुद की बेबसी पर ग़ुस्सा-तरस आता है बस
पर हम आख़िर तक #लड़ेंगे_जीतेंगे https://t.co/fAuc0jmZ0K— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 20, 2021