22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला हैं उससे पहले कर्नाटक की राजनीति गर्म हो चुकी हैं, पुलिस ने 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद हुबली में हुई हिंसा के आरोपी हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता श्रीकांत पुजारी को गिरफ्तार कर लिया हैं।
इस गिरफ़्तारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस पर हमलावर हो गईं हैं, बीजेपी का आरोप हैं कि, 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बदले की राजनीति कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि, श्रीकांत पुजारी जनता के सामने खुद को राम भक्त और कार सेवक के रूप में परिचित कराता है, वह वास्तव में कानून की नजर में एक अपराधी है।
इसके ऊपर अवैध शराब की बिक्री, जुआ और मटका सहित 16 असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप हैं. यदि ऐसे व्यक्तियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो भगवान राम भी इसे माफ नहीं करेंगे।
हालांकि कोर्ट ने श्रीकांत पुजारी को सशर्त जमानत दे दी हैं, कोर्ट का कहना है कि, याचिकाकर्ता को सभी तारीखों पर संबंधित न्यायालय के समक्ष उपस्थित होना होगा तथा पूर्व अनुमति के बिना संबंधित न्यायालय का क्षेत्राधिकार नहीं छोड़ सकता।