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NSUI ने NEET PG परिक्षा टालने की मांग की, नीरज कुंदन ने केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय को लिखा पत्र

कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई नैशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने NEET PG 2022 परिक्षा टालने की मांग की हैं।

NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय, आयुर्विज्ञान में राष्ट्रीय परिक्षा बोर्ड व एम्स को पत्र लिखकर परिक्षा टालने की मांग की है।

एनएसयूआई ने देशभर के रेसिडेंट डाॅक्टर व NEET PG परिक्षार्थी की आवाज़ में आवाज़ मिलाते हुए 12 मार्च को होने वाली प्रवेश परिक्षा को कुछ समय के लिए टालने की मांग करते हुए कहा हैं कि “कोरोना योद्धाओं पर इस समय सरकार को सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है पर सरकार का इनके भविष्य की ओर बिल्कुल ध्यान नही है।”

एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने पत्र में लिखा हैं कि NEET PG 2022 की परिक्षा की घोषणा हुई व इसे कोरोना की तीसरी लहर के वक्त रखा गया, साथ ही यह परिक्षा पिछले साल की काउंसलिंग के साथ हो रही है जिससे वेटिंग लिस्ट वाले छात्रों के सामने समस्या खड़ी हो गई है कि वह पुनः परिक्षा दें या काउंसिल में नाम आने का इंतजार करें।

उन्होंने पिछले सत्र का हवाला देकर लिखा कि उस समय भी काउंसिलिंग पूरी ना होने पर दिसंबर में NEET MDS की परिक्षा 3 महिना टाली गई थी।

NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इंटर्नशिप कर रहे छात्रों की समस्या को उठाते हुए भी परिक्षा को टलना जरूरी बताया है, उन्होंने कहा इस परिक्षा में सिर्फ वह डाॅक्टर्स ही भाग ले सकते है जिनकी इंटर्नशिप 31 मई तक पूरी हो चुकी हो, 10 राज्यों के 8300 इंटर्न ऐसे है जिनकी कोरोना के कारण देर से इंटर्नशिप लगी थी, ऐसे में उन्हें परिक्षा देने के लिए एक साल का इंतजार करना होगा जिससे उनका पूरा एक साल खराब होगा व इस कारण से भी परिक्षा को आगे बढ़ाना चाहिए।

एक वक्तव्य जारी करते हुए NSUI राष्ट्रीय प्रवक्ता हर्षद शर्मा ने कहा कि सरकार कोई भी निर्णय लेते समय छात्र संगठनों, संबंधित काॅलेजों व उससे जुड़े छात्रों से बातचीत करें तो छात्रों के सामने हर रोज नई समस्या उत्पन्न नही होती, सरकार को छात्रों से समन्वय बनाकर निर्णय लेने चाहिए, NEET PG के छात्रों का मुद्दा सिर्फ परिक्षार्थियों तक सीमित नही है बल्कि यह मुद्दा सीधे देश के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ा है, इस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

आपको बता दे कि हाल ही में सरकार के खिलाफ रेसिडेंट डाॅक्टर्स का गुस्सा राजधानी दिल्ली की सड़को पर दिखा था, जिसमें कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI ने भी प्रमुखता से उठाया था, कांग्रेस नेता व NSUI कार्यकर्ताओं ने डाॅक्टर्स पर पुलिस की बर्बरता के बाद मौके में पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से मुलाकात भी की थी।

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