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सपा नेत्री पूजा शुक्ला का फेसबुक एकाउंट ससपेंड,बोली “मुझें सच बोलने से नही रोक सकते”

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता अब सिर्फ किताबों में या फिर संविधान में रह गयी है असल जिंदगी में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब है सत्ता की गुलामी या फिर सत्ता का समर्थन।

किसी जमाने में सोशल मीडिया अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सबसे अच्छा माध्यम होता था लेकिन आजकल सबसे ज्यादा पाबंदियां यही पर लगाई जाती है।

सरकार की आलोचना करने पर आए दिन किसी न किसी नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता का सोशल मीडिया एकाउंट बंद कर दिया जाता है।

समाजवादी छात्रसभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूजा शुक्ला का भी फेसबुक एकाउंट ससपेंड कर दिया गया और आरोप सिर्फ इतना है कि वह सच लिखती है और सरकार के खिलाफ लिखती है।

पूजा शुक्ला ने अपने ट्वीटर एकाउंट के जरिए इस बात की जानकारी देते हुए कहाँ कि मेरा फेसबुक बंद करके आप मुझे सच बोलने से नही रोक सकते,जो जनता का दर्द है वो तो लिखूँगी।

पूजा शुक्ला का फेसबुक एकाउंट ससपेंड होना इस बात का सबूत है कि अब फेसबुक जैसी सोशल मीडिया साइट्स भी सरकार की चाटूकारिता करने लगी है तथा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर पाबंदी लगा रही है।

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