बहन की शादी में शामिल होने के लिए अंतरिम जमानत पर 7 दिन के लिए बाहर आए उमर खालिद वापस जेल जा चुके हैं, लेकीन उनकी यादें उनके घर पर रह गईं हैं।
उमर खालिद की मां डॉक्टर सबिहा खानम ने उमर को याद करते हुए कहा, उनका बेटा अपने लिए नहीं बल्कि देश के लिए जेल में हैं।
डॉक्टर सबिहा खानम ने मकतूब मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा हैं कि, उमर खालिद को फसाने के लिए झूठ पर आधारित एक कहानी बनाई गईं थीं, और जब मैं अदालत जाती हूं तो यहीं सोचती हूं कि एक झूठ के ऊपर कितना खर्च किया जा रहा हैं।
वकील हैं, जज हैं उनका कीमती समय हैं, इस समय को कहीं और लगाकर आप कितने ज़रूरी केस सॉल्व कर सकते हैं. जो पेंडिंग केस हैं उनको निपटा सकते हैं. लेकीन आप झूठे केसों पर टाइम बर्बाद कर रहें हैं हर बार झूठ की महफिल सजाई जाती हैं।
बेल मिलना तो बहुत आसान चीज़ हैं लेकीन हमें तो बेल भी नहीं मिल रहीं, निचली अदालत के साथ साथ हाईकोर्ट भी हमारी याचिका ख़ारिज कर रहा हैं. जबकि मुझे हाईकोर्ट से बेल मिलने की पूरी उम्मीद थीं।
आख़िर उमर का क्राइम क्या हैं? उस पर आरोप हैं कि उसने षड्यंत्र रचा हैं, कहा जाता हैं कि शाहीन बाग में षड्यंत्र रचा गया जबकि इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं।
डॉक्टर सबिहा खानम ने कहा, उमर खालिद पर लगाएं गए सभी आरोप झूठे हैं, जब दिल्ली दंगा हुई उन दिनों उमर दिल्ली में ही नहीं थे, इस बात की जानकारी जब जांच अधिकारी को पता चली तो उसने हैरानी का इज़हार किया।