उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ की दीदारगंज हॉट सीट बनती जा रहीं हैं क्योंकि यहां से राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के उम्मीदवार हुजैफा आमिर रशादी हैं।
हुजैफा आमिर रशादी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्र संघ के भी सचिव रह चुके हैं तथा उत्तर प्रदेश के गिने चुने शिक्षित उम्मीदवारों की सूची में शामिल हैं।
हुजैफा आमिर रशादी को मिल रहें भरपूर जन समर्थन को देखते हुए विपक्षियों की नींद हराम हो गईं हैं. हर वर्ग एवं समाज के लोग उनका समर्थन कर रहें हैं।
लोगों का प्यार देखकर अंदाज़ा लगा लिजये दीदारगंज में इसबार बदलाव होगा इंशाल्लाह
350 विधनसभा दीदारगंज pic.twitter.com/ycVC5yClP7
— Huzaifa Aamir Rashadi (@HuzaifaRashadi) February 11, 2022
मोहम्मद अनस खतीब के अनुसार “अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन के सचिव भाई हुजैफा आमिर रशादी को आज़मगढ़ की दीदारगंज विधानसभा सीट से राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल गठबंधन का उम्मीदवार बनाया गया है। सोशल मीडिया से लेके ज़मीन तक पे हुज़ैफ़ा भाई के लिए हर किसी को मेहनत करनी चाहिए।”
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन के सचिव भाई @HuzaifaRashadi को आज़मगढ़ की दीदारगंज विधानसभा सीट से राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल ( @RUConline ) गठबंधन का उम्मीदवार बनाया गया है। सोशल मीडिया से लेके ज़मीन तक पे हुज़ैफ़ा भाई के लिए हर किसी को मेहनत करनी चाहिए। 1/2
— M Anas Khateeb محمد انس خطیب (@imAnasKhateeb) February 5, 2022
ये हमारी क़ौम की मज़बूत आवाज़ हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में ज़ुल्म-ओ-ज़्यादती हो, एंटी सीएए प्रोटेस्ट हो या दीगर कोई भी मसायल हो हर जगह हुज़ैफ़ा आमिर मज़बूती से डटे रहे।
जिस तरह से पीस पार्टी और राष्ट्रीय उलमा काउंसिल ने एआईएमआईएम के उम्मीदवार के अगेंस्ट उम्मीदवार न उतारने का ऐलान किया है। ठीक उसी तरह AIMIM को भी इस सीट से उम्मीदवार नहीं उतारकर हुज़ैफ़ा भाई के लिए कैंपेन करना चाहिए।
अगर क़ौम इन जैसे बहादुर नौजवानों के लिए भी मुत्तहिद होकर खड़ी नहीं होती है तो फिर इस क़ौम का कुछ नहीं हो सकता। असेंबली में गूंगों को नहीं बल्कि हुज़ैफ़ा आमिर जैसे नौजवानों को भेजना चाहिए। जिनकी आवाज़ न सिर्फ असेंबली बल्कि पूरा मुल्क सुने। अल्लाह आपको कामयाब करे भाई।