लखनऊ के एक रिटायर्ड जज की एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। 65 वर्षीय रिटायर्ड जज रमेश चंद्रा और 64 वर्षीय उनकी पत्नी मधु चंद्रा कोरोना संक्रमित हो गए। मदद के लिए उन्होंने प्रशासन द्वारा जारी नम्बरों पर 3 दिनों तक संपर्क करते रहे लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
बिना इलाज के जज रमेश चंद्रा की पत्नी मधु चंद्रा की आज सुबह 10 बजे मौत हो गई। लाचार रमेश चंद्र घर में बीमार पड़े हैं। लाश का अंतिम संस्कार करने वाला कोई नहीं है। अंत में उन्होंने एक चिट्ठी लिखकर मदद की गुहार लगाई है। चिट्ठी अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।
रिटायर्ड जज ने चिट्ठी में अपना और अपनी पत्नी का नाम उम्र के साथ लिखा है। साथ ही अपना पता भी लिखा है। उन्होंने अपना मोबाइल नंबर भी दिया है ताकि कोई उनसे संपर्क कर सकें।
साथ ही उन्होंने लिखा है कि
“श्रीमती मधु चंद्रा का आज सुबह 10 बजे स्वर्गवास हो गया।
मैं कल सुबह 07 बजे से लगातार पचासों बार प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए नंबरों पर फ़ोन करता रहा परन्तु न तो कोई घर पर दवा देने आया और न ही अस्पताल में भर्ती की प्रक्रिया की गई। प्रशासन की लापरवाही के कारण मधुचंद्रा का स्वर्गवास हो गया। वर्तमान समय में स्तिथि ये है कि कोई डेडबॉडी उठाने वाला नहीं है कृपया मदद की जाए।