उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं. पूरे चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार भी मुसलमानों के हक में नहीं बोला, एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया।
योगी आदित्यनाथ पूरे चुनाव में भरे मंच से 80 बनाम 20 की बात करते रहें. रमजान और दिवाली की बात करते रहें।
लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म हुआ योगी आदित्यनाथ का मुस्लिम प्रेम जाग उठा. योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिमों को लेकर बहुत बड़ी बात कह डाली।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “मुसलमान मुझसे और मैं मुसलमानों से प्यार करता हूँ।”
योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “जिस तरह समंदर के दो किनारे नहीं मिल सकते उसी तरह मज़लूम और ज़ालिम एक नहीं हो सकते।”
जिस तरह समंदर के दो किनारे नहीं मिल सकते उसी तरह मज़लूम और ज़ालिम एक नहीं हो सकते
योगी का प्यार चुनावी रैलियों के मंच से क्यूँ नहीं दिखाई दिया? ये कैसा प्यार है जिसका इज़हार चुनाव के बाद ही होता है? ग्रामीण आवास योजना के तहत 2019 से अब तक एक भी मुसलमान को घर क्यूँ नहीं मिला? 1/2 pic.twitter.com/Ml2gOASaCi
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 7, 2022
असदुद्दीन ओवैसी का कहना हैं कि, योगी का प्यार चुनावी रैलियों के मंच से क्यूँ नहीं दिखाई दिया? ये कैसा प्यार है जिसका इज़हार चुनाव के बाद ही होता है? ग्रामीण आवास योजना के तहत 2019 से अब तक एक भी मुसलमान को घर क्यूँ नहीं मिला?
PMJVK के तहत अल्पसंख्यक इलाक़ों में एक रुपया भी क्यूँ खर्च नहीं किया? वाजपेयी, आडवाणी, मोदी और अब योगी; पहले सब ज़हर उगलते हैं, लेकिन प्रधान मंत्री की कुर्सी का ख़्वाब देखना हो तो मजबूरन प्यार-मोहब्बत की बात करने लगते है।