अल्लाह जिसको चाहता है, उसको हिदायत देता है, ऐसा ही कुछ स्टेडियम में काम करने वाले यूसुफ़ ओक (नया नाम) के साथ हुआ. जिसके बाद उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, यूसुफ ओल्ड ट्रैफर्ड के मैनचेस्टर यूनाइटेड स्टेडियम में काम कर रहे थे इसी दौरान उनको क़ुरान ए पाक की एक प्रति मिली, जिसपर काफ़ी धूल चढ़ी हुई थी।
जिसको देखकर उनके मन में ख्याल आया कि मैं इसे उठाकर साफ कर दूं. यूसुफ़ ओक का कहना है कि, मैने क़ुरान को साफ करके अपने घर के एक कमरे में रख दिया था।
जैसे ही कुरान के बारे में उनकी पत्नी को पता चला तो वह नाराज़ हो गईं, लेकिन काफ़ी बहस के बाद क़ुरान घर पर ही रहा. इसके बाद धीरे धीरे यूसुफ के अंदर इस्लाम के प्रति दिलचस्पी बढ़ने लगीं।
कुछ समय बाद यूसुफ़ ने कई ऐसे लोगों से संपर्क किया, जिन्होंने अपना धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म अपना था और इस्लाम के जानकारों से भी बात की।
इस दौरान उनको अपने सभी सवालों का संतोषजनक जवाब मिल गया, जिसके बाद यूसुफ़ ने अपने घर के पास एक मस्जिद के प्रशासन से संपर्क किया और इस्लाम धर्म कबूल कर लिया।