उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ में पुलिस हिरासत में मारे गए आर्किटेक्ट फिरोज़ के परिवार से राष्ट्रीय उलमा काउंसिल (RUC) के प्रीतिनिधिमंडल ने मुलाक़ात की।
राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के प्रवक्ता तल्हा आमिर रशादी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट के ज़रिए जानकारी देते हुए कहा कि, हम इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं तथा इंसाफ की लड़ाई में पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं।
तल्हा आमिर रशादी के अनुसार, आज़मगढ़ के अजमतगढ़ कस्बे में दो रोज़ पहले फिरोज़ की हत्या कर लाश सड़क पर फेंक दी गयी, परिवार का आरोप है कि फिरोज़ की हत्या साजिश के तहत की गई है जिसमे कुछ लोगों के साथ पुलिस का भी हाथ है जो लगातार उनको खोज रही था।
कल पीड़ित परिवार से राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और इंसाफ की इस लड़ाई में उनका साथ देने का वादा किया. हम प्रशासन से मांग करते हैं कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो और परिवारजनों की मांग के अनुसार हत्यारोपित के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी हो तभी न्याय हो पायेगा।
आपको बता दें कि, जीयनपुर कोतवाली इलाक़े के अजमतगढ़ में रहने वाले आर्किटेक्ट फिरोज़ को पुलीस ने एक मामले में गिरफ़्तार किया था, जिसके बाद थाने में उसकी मौत हो गईं।
परिजनों के मुताबिक, बीते जुम्मा (शुक्रवार) की शाम अजमतगढ़ चौकी का दारोगा घर पर आया और फिरोज़ को ले गया और रात में इसकी पिटाई की जिससे इसकी मौत हो गई. इसके बाद दरोगा सुबह घर के बाहर लाश फेंक कर चला गया।
घर के बाहर फिरोज़ की लाश देखकर परिजन और पड़ोसी गुस्से में आ गए तथा लाश को गुरु गोविंद नगर चौराहे पर ले जाकर विरोध प्रदर्शन करने लगें।
घटना की ख़बर मिलते ही एसपी सिटी और एसडीएम तुरंत मौका ए वारदात पर पहुंचे तथा परिजनों को समझाने लगे. लेकीन परिजन दरोगा के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते रहें।
इसके बाद पुलीस विभाग के आला अधिकारियों ने चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर किया तथा घटना की जांच के आदेश दिए।