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दिल्ली: बदरपुर में दो मस्जिदों के बीच में शराब के ठेके खोलेगी दिल्ली सरकार, हिंदू-मुस्लिम मिलकर कर रहें हैं विरोध

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घर-घर शराब पहुंचाने का काम शूरू कर दिया हैं. जिसके तहत पूरी दिल्ली में शराब के ठेके खोले जा रहें हैं।

इन ठेकों के खुलने से पहले ही इनका जमकर विरोध हो रहा हैं. क्योंकि ज्यादातर ठेके धार्मिक स्थलों एवं स्कूल के पास खुल रहें हैं जिनका लोग जमकर विरोध कर रहें हैं।

राजधानी दिल्ली के बदरपुर गांव में भी नई आबकारी नीति के तहत दो शराब के ठेके खुलने हैं जिनका बदरपुर गांव के लोग जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहें हैं।

बदरपुर गांव के लोगों का कहना हैं कि यह शराब के ठेके हमारे गांव की आबादी के बीच में खुल रहें हैं. इसके साथ-साथ दोनों ठेके मस्जिदों के बीच में खुल रहें हैं।

कानून के अनुसार शराब की दुकान धार्मिक स्थल से 100 मीटर की दूरी पर होनी चाहिए लेकिन लोगों का आरोप हैं कि यह ठेके मस्जिद से बहुत क़रीब हैं।

बदरपुर गांव के निवासी धर्मेंद्र भगतजी का कहना है कि शराब के ठेके शाही मस्जिद एवं छोटी मस्जिद के बीच में खुल रहें हैं. जिससे नमाज़ पढ़ते वाले लोगों को काफ़ी परेशानी होगी. लोग शराब पीकर मस्जिद के आसपास हंगामा करेगें जो विवाद का कारण बन सकता हैं।

धर्मेंद्र भगतजी के अनुसार, जब हमारी बहन बेटियां यहां से जाएंगी तो उनके साथ भी अनहोनी घटना होने की संभावना हैं इसलिए हम चाहते हैं कि यह दोनों ठेके गांव एवं मस्जिद से दूर खोले जाएं।

बदरपुर गांव के हिंदू एवं मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पीछले जुम्मा (शुक्रवार) को नमाज़ के बाद ठेके के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन भी किया था।

इससे पहले बदरपुर गांव के ही शिव मंदिर में ठेके के विरोध में मीटिंग भी हुई थी जिसका सभी लोगों ने मिलकर विरोध किया था।

विरोध प्रदर्शन में धर्मेंद्र भगतजी, जाहिद सैफी, चमन प्रधान, सत्तार सैफी, बंटी नारवाल, ज्ञानी चौधरी, शमसुद्दीन सैफी, सोनी रेक्सवाल, रजत चौधरी एवं सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहें।

आपको बता दें कि नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली को 32 जोन में बांटा गया है. तथा हर जोन में 27 शराब की दुकानें खुलेगी जिसके तहत पूरी दिल्ली में कुल 864 शराब की दुकानें खुलेंगी।

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