नैशनल स्टूडेंट युनियन आफॅ इंडिया (एनएसयूआई) 12 वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने के लिए अपना अभियान चला रही है।
12 वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग को लेकर एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के नेतृत्व में एनएसयूआई पदाधिकारियों ने शिक्षा मंत्रालय के सामने धरना प्रदर्शन भी किया।
एनएसयूआई के प्रदर्शनकारियों ने पीपीई किट पहनी थी, विरोध के दौरान सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया और ‘पहले सुरक्षा, फिर परीक्षा’ जैसे नारे लगाए।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव एवं मीडिया इंचार्ज लोकेश चुग ने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहाँ कि “अपनी परीक्षाओं में दो बार फैल होने वाली सरकार पहले ( महामारी के दौरान ) दूसरे (टीकाकरण)। सरकार मासूम छात्रों पे अत्याचार करने का हर सम्भव कार्य कर रही है तथा अनपढ़ होने का पूरा सबूत दे रही है”।
अपनी परीक्षाओं में दो बार फैल होने वाली सरकार
पहले (महामारी के दौरान)
दूसरे (टीकाकरण)
मासूम छात्रों पे अत्याचार करने की हर सम्भव कार्य कर रहे है
अनपढ़ होने का पूरा सबूत दे रही है #CancelExamsSaveLives pic.twitter.com/TuZ4LnKoKJ— lokkesh chugh (@lokeshchugh09) May 28, 2021
एनएसयूआई ट्वीटर पर भी लगातार #CancelExamsSaveLives ट्रेड करवाकर इस अभियान को देशभर में चला रही है इस अभियान के तहत ट्वीटर पर 1 लाख से अधिक ट्विट हो चुके है।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने अपने प्रेस बयान में कहा, “जब से केंद्र सरकार ने 12 वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की अपनी योजना की घोषणा की है, लेकिन एनएसयूआई केन्द्र सरकार से परीक्षाओं के अन्य विकल्प खोजने की मांग कर रही है।