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खुलासा:- दैनिक भास्कर ने एक बुजुर्ग द्वारा अपना बेड किसी अन्य मरीज को देने की फर्जी खबर चलाई, पत्रकारों ने सच उजागर किया

कोरोना वायरस का संक्रमण जिस तेज़ी से बढ़ रहा है उसी तेज़ी से फर्जी खबर चलाने का भी सिलसिला तेज़ी से बढ़ रहा है देश के बड़े अखबारों में शुमार दैनिक भास्कर अखबार भी फर्जी खबर छापने में पीछे नही है।

दैनिक भास्कर अखबार में बीते दिनों एक खबर छपी थी जिसमें लिखा था कि एक युवक को बचाने के लिए नारायण भाऊराव नामक बुजुर्ग ने अपना बेड छोड़ दिया। बुजुर्ग का कहना था कि “मैंने अपनी जिंदगी जी ली इसलिए इस महिला के पति को मेरा बेड दे दिया जाएँ।”

खबर में यह भी लिखा था कि बुजुर्ग ने अस्पताल से जाने के तीन दिन बाद दम तोड़ दिया था इस खबर को सोशल मीडिया पर जमकर वायरल किया गया था तथा बुजुर्ग की तारीफ भी की जा रही थी।

जब इस मामलें की जांच की गई तो इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज के निदेशक के माध्यम से पता चला कि हमारे यहाँ ऐसा कोई भी मरीज नही आया। और न ही ऐसी कोई घटना हुई है।

सामाजिक कार्यकर्ता एवं नेता प्रशांत कन्नौजिया ने ट्वीटर के जरिए इस खबर को शेयर करते हुए कहाँ कि शिवराज सिंह चौहान द्वारा आरएसएस के कार्यकर्ता के लिए किया गया ट्वीट फ़र्ज़ी निकला। उत्तर भारतीयों को मराठी नहीं आती इसका फ़ायदा उठाया गया। नारायण राव जी ने अपना बेड दूसरे को दे दिया ऐसा दावा फ़र्ज़ी है। आरएसएस सिर्फ बर्बाद कर सकता है आबाद नहीं!

सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार वसीम अकरम त्यागी के अनुसार इस महामारी में भी RSS और उसके प्रोपेगेंडिस्ट छल कपट से बाज नहीं आ रहे हैं। इस फेक न्यूज़ को कल से फैलाया जा रहा है। सच यह है कि इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के निदेशक ने कहा है कि ऐसा कोई मरीज़ नहीं आया। लेकिन पाखंडियों को तो RSS का महिमामंडन करना है, जिसमें दैनिक भास्कर शामिल है।

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