सामाजवादी पार्टी के नेता द्वारा मुस्लिम विरोधी बयान देने के बाद से अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं. सामाजवादी पार्टी का मज़बूत मुस्लिम वोट बैंक अब अखिलेश यादव से दूरी बनाने लगा हैं।
अमेठी से समाजवादी पार्टी के ज़िला अध्यक्ष राम उदित यादव ने चुनाव ठीक पहले मुस्लिम विरोधी बयान दिया हैं।
राम उदित यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि “अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के प्रधानमंत्री बन गए होते तो आज मुसलमान नहीं होते।”
सोशल एक्टिविस्ट शाहनवाज अंसारी के अनुसार “अमेठी सपा का ज़िलाअध्यक्ष राम उदित यादव कह रहा है- ‘अगर सरदार वल्लभभाई पटेल पीएम बन गए होते, तो आज मुसलमान नही होते’. अखिलेश यादव जी, आपकी पार्टी की मुस्लिम विरोधी नीति अब खुलकर सामने आ चुकी है. याद रखिये यूपी का मुसलमान भूलेगा नहीं 2022 में आपको सबक़ सिखाएगा।
शाहनवाज अंसारी ने समाजवादी पार्टी के ज़िला अध्यक्ष की विडियो शेयर करते हुए लिखा है कि “अरे यादव जी, ख़ैर मनाओ मुसलमानों का जो ‘मुलायम सिंह और अखिलेश यादव’ को मुख्यमंत्री बना दिया. वरना तुम और तुम्हारे नेता लोग आज भी तबेले में दूध निकालते. सुनिये सपा के इस नेता को कह रहा है- ‘अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रधानमंत्री बन गए होते तो न पाकिस्तान होता न मुसलमान होता’।
अरे यादव जी। ख़ैर मनाओ मुसलमानों का जो 'मुलायम सिंह और अखिलेश यादव' को मुख्यमंत्री बना दिया। वरना तुम और तुम्हारे नेता लोग आज भी तबेले में दूध निकालते।
सुनिये सपा के इस नेता को कह रहा है- 'अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रधानमंत्री बन गए होते तो न पाकिस्तान होता न मुसलमान होता' pic.twitter.com/RqCyp3UF4g
— Shahnawaz Ansari (@shanu_sab) November 1, 2021