बिहार के दबंग नेता एवं पूर्व लोकसभा सांसद शैयद शहाबुद्दीन आख़िरकार कोरोना की जंग हार गए लेकिन वह हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे।
शहाबुद्दीन की बहादुरी के यू तो सैकड़ो किस्से है लेकिन संसद भवन की वह घटना आज भी उनकी बहादुरी की मिसाल है।
ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलीमिन (एआईएमआईएम) के हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी पहली बार लोकसभा सदस्य बनकर संसद पहुंचे थे तथा भाजपा के खिलाफ संसद भवन में भाषण दे रहे थे।
असदुद्दीन ओवैसी के भाषण से गुस्साए कुछ भाजपा सांसद ओवैसी की तरफ उन्हे मारने के लिए बढ़े जिसको देखकर शहाबुद्दीन तुरंत खड़े हो गए तथा असदुद्दीन ओवैसी के समर्थन में आ गये है।
शहाबुद्दीन को ओवैसी के समर्थन में खड़ा देख भाजपा सांसद चुप-चाप अपनी-अपनी सीटों पर बैठ गए तथा किसी ने भी असदुद्दीन ओवैसी की तरफ आँख उठाकर भी देखने की हिम्मत न करी।
जब असदउद्दीन ओवैसी की तरफ संतरे बढ़ रहे थे तब देखिये सिवान के पूर्व सांसद मरहूम "शहाबुद्दीन साहेब" कैसे खड़े हुए थे और जब वो खड़े हुए थे तो जो संतरे जहां से उठे थे कैसे वापिस वहीं बैठ गए।#Shahabuddin pic.twitter.com/kFCaEeerGe
— Shahnawaz Ansari (@shanu_sab) May 1, 2021
शहाबुद्दीन की संसद से लेकर बिहार तक सब लोग इज्जत करते थे तथा उनके हर हुक्म को मानते थे