ज़ी न्यूज़ ग्रुप इस समय बहुत बड़े घाटे से गुज़र रहा हैं, आलम यह हैं कि ग्रुप को घाटे से उबारने के लिए दो चैनल ज़ी हिंदुस्तान और ज़ी उड़िया को बंद करना पड़ गया हैं।
इसके अलावा चैनल ने करीब 650 कर्मचारियों को भी नौकरी से निकाल दिया हैं, इसके बाद भी ज़ी ग्रुप घाटे से बाहर नहीं निकल पा रहा हैं।
न्यूज़ लॉन्ड्री की ख़बर के मुताबिक़, ज़ी मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी को जुलाई-सितंबर की तिमाही में 12 करोड़ का घाटा हुआ है।
कंपनी ने बताया कि उसके राजस्व में पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 5.51 प्रतिशत की गिरावट आई है. इससे पहले 31 मार्च 2022 को चौथी तिमाही में कंपनी को 51.45 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
ज़ी न्यूज़ ने जिन लोगों को नौकरी से निकाला हैं उनमें डिजिटल और टीवी दोनों के कर्मचारी शामिल हैं. ज़ी न्यूज़ के अलावा इनके ग्रुप के क्षेत्रीय टीवी चैनलों ज़ी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़, ज़ी बिहार-झारखंड, ज़ी राजस्थान, ज़ी दिल्ली-एनसीआर हरियाणा समेत अन्य चैनलो के पत्रकारों को निकाला हैं।
ख़बर के मुताबिक़, ज़ी हिंदुस्तान बंद होने के कारण करीब 300 और ग्रुप के अन्य चैनलों में छंटनी में करीब 350 कर्मचारी शामिल हैं. इस प्रकार पूरे ग्रुप में करीब 650 लोगों को नौकरी से निकाला गया है।