यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा हैं, तमाम विपक्षी दलों के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोगी दल भी UCC का खुलकर विरोध कर रहें हैं।
बीजेपी के सहयोगी दलों द्वारा UCC का विरोध करने के बाद अब बीजेपी अब इस मामले में अकेली पड़ती हुई नजर आ रही है. हाल ही में तमिलनाडु में बीजेपी की गठबंधन सहयोगी पीएमके भी UCC के विरोध में उतर आईं हैं तथा इसको राष्ट्रीय एकता और विकास के खिलाफ बताया है।
पीएमके अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदास ने लॉ कमीशन के अध्यक्ष को पत्र लिखकर बताया है कि उनकी पार्टी यूनिफॉर्म सिविल कोड के विरोध में हैं. इसलिए इस कानून को लाने का विचार रद्द कर देना चाहिए।
आपको बता दें कि, इससे पहले बीजेपी के सहयोगी दल ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK), नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP), नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP), एवं शिरोमणि अकाली दल यूसीसी का विरोध कर चुके हैं।
इनके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) भी यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोेध कर रहें हैं।