स्वीडन की सेंट्रल मस्जिद के बाहर बकरीद के दिन कुरान ए पाक जलाए जाने की घटना के ख़िलाफ़ सभी मुस्लिम देश एकजुट हों गए हैं तथा बयान ज़ारी कर इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की हैं।
मोरक्को ने इस घटना पर कड़ा विरोध जताते हुए स्वीडन से अपने राजदूत को अनिश्चितकाल के लिए वापस बुला लिया है. ईरान एवं संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रालय ने स्वीडन के राजनयिक को तलब किया हैं।
इस घटना के ख़िलाफ़ मुस्लिम संगठन मुस्लिम वर्ल्ड लीग, इस्लामिक देशों के संगठन OIC, सऊदी अरब, पाकिस्तान, तुर्की, ईरान, इराक़, फिलिस्तीन, सीरिया, यमन, कुवैत, मिश्र समेत सभी मुस्लिम देशों ने एकजुटता जाहिर की हैं।
ओआईसी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि, यह घृणित कृत्य पवित्र कुरान और अन्य इस्लामी मूल्यों की पवित्रता का उल्लंघन करने का प्रयास है. हम इस बात पर जोर देते हैं कि सभी देश संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के तहत मानवाधिकार और मौलिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करें।
अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक एनजीओ मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने भी इस घटना का विरोध करते हुए कहा कि, यह जघन्य कृत्य मुस्लिमों की भावनाओं को भड़काने वाला है. पुलिस की मौजूदगी में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर इस तरह के जघन्य अपराध को बार-बार करना निंदनीय हैं।